Helping The others Realize The Advantages Of shiv chalisa lyricsl
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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
काम आये जो हर संकट में नाम वही है प्यारा,
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत Shiv chaisa सदा शत्रुन क्षयकारी॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा shiv chalisa lyricsl पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी
दर्शन देकर, धन्य करो अब, हे त्रिनेत्र महेश्वर
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं shiv chalisa in hindi पाई॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
वो मेरा है तारण हारा, उस से मेरा जग उजारा।